3 जांच केंद्रों के अलग अलग मिले रिपोर्ट में आखिर सही कौन

एक ही मर्ज के 2 जांच तुलसीपुर नगर के अलग अलग पैथालोजी सेंटर पर करवाया दिया अलग अलग रिपोर्ट

3 जांच केंद्रों के अलग अलग मिले रिपोर्ट में आखिर सही कौन

अप्रशिक्षित जांच सेंटर बन रहे धन उगाही केंद्र गलत रिपोर्ट के कारण मरीज हो रहे हलकान

बलरामपुर जनपद में स्वास्थ विभाग की शिथिलता की वजह से जिले में कई ऐसे पैथोलॉजी लैब सेंटर संचालित हो रहे जो बगैर लाइसेंस और मानक के अनुरूप बेखौफ संचालित हो रहे हैं। जिसपर स्वास्थ विभाग भी कार्रवाई नहीं कर रहा है। नतीजतन धड़ल्ले से कई पैथोलॉजी अवैध रूप से चल रहे हैं। जिससे अप्रशिक्षित टेक्नीशियन द्वारा कई बार रिपोर्ट गलत दे दिया जाता है। और इसका भुगतान मरीज को अपनी जान देकर करना पड़ता है ।
 
ऐसा ही एक मामला तुलसीपुर नगर में स्थित रॉज पैथालोजी सेंटर का प्रकाश आया है जिसमे एक मरीज के द्वारा अपनी समस्या को लेकर जांच करवाया जिसमे रिपोर्ट दिया गया कि पेट मे गाठ पड़ गया और रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टरों ने बताया की ऑपरेशन करवाना पड़ेगा जिसका खर्च 25 से 30 हजार लगेगा जिसको लेकर मरीज ने दूसरे ओम डाइग्नोस्टिक सेंटर पर पुनः जांच करवाया जहां उसके बच्चेदानी में गांठ की बात बताई गई जिससे मरीज सन्तुष्ट नही हुआ और फिर वही मरीज बलरामपुर अलीग पैथालोजी सेंटर पर जांच करवाता है जंहा सब नार्मल होता है की रिपोर्ट दी जाती है और मात्र कुछ दवा से मरीज ठीक हो जाता है।
 
अब यहां सवाल यह उठता है कि आखिर कौन पैथोलॉजी सेंटर की रिपोर्ट सही है। एक ही व्यक्ति का तीन पैथोलॉजी सेंटर से अलग-अलग रिपोर्ट आना बड़ा सवाल खड़ा करता है। आखिर जांच की रिपोर्ट कौन सा सेंटर सही दे रहा है। ऐसे में बड़ा सवाल यह भी उठता है कि तमाम अवैध रूप से संचालित जांच केंद्रों जिनका कोई मानक नही न ही प्रशिक्षित रेडियोलॉजिस्ट व अप्रशिक्षित स्टॉप के सहारे धड़ल्ले से जांच केंद्र संचालन किया जाता है और दर्जनों गलत रिपोर्ट के कारण मरीज की हालत सही के बजाए और गम्भीर हो जाता है कभी।
 
ऐसे रिपोर्ट के आधार पर मरीज की जान भी चली जाती है जिसका आखिर जिम्मेदार आखिर कौन होगा जबकि ऐसे जांच केंद्र मात्र अवैध धन उगाही के अड्डे साबित हो रहे जंहा मरीजो का शोषण किया जाता है वही गलत रिपोर्ट से मरीजो के जान के लाले पड़ जाते है ।जिसकी विभाग द्वारा जांच के बाद ही सही रिपोर्ट की जानकारी हो पाएगी। वही एक ही व्यक्ति का दो अलग-अलग रिपोर्ट आना आश्चर्य की बात है। मामला संज्ञान में आया है। इन सभी पैथोलॉजी सेंटर की जांच की जाएगी। दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

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