एनटीपीसी रिंहद परियोजना से निकलने वाले राख से जनजीवन बेहाल, लोगों ने किया सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन।
राखड़ ने किया लोगों का जीना हराम

राख प्रबंधन के ऊपर मनमानी का आरोप
अजयंत कुमार सिंह (संवाददाता)
अनपरा /सोनभद्र-
एनटीपीसी रिंहद परियोजना से निकलने वाले राखड़ आस-पास के लोगों के लिए अभिशाप बन गया है। आएदिन इसको लेकर स्थानीय लोगों के द्वारा जगह-जगह धरने प्रदर्शन विगत कई महीनों से चल रहा हैं, बावजूद इसके संबंधित ठेकेदार से लेकर राखड़ ढुलाई में लगे ट्रांसपोर्टरों के लापरवाह कार्यशैली पर कोई लगाम नहीं लग सका है, जो परियोजना और राखड़ ढुलाई में लगी कार्यदाई संस्था की मिलीभगत का स्पष्ट संकेत दे रहा है। कभी बिना राख ले जाए गए बिल का भुगतान हो या ओवरलोड या फिर इस हरे भरे क्षेत्र को प्रदूषण की आग में झोंकने का हो, कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा हैं। इन सभी के लिए सुर्खियां बटोरने में पूरी तरह से संलिप्त हैं।
स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत जरहा गांव के टोला पौथीपाथर में बुधवार सुबह राख परिवहन में लगे एक ट्रेलर से अनावश्यक सड़क पर राख गिराए जाने के कारण बस्ती के ग्रामीणों में आक्रोश भड़क गया। बस्ती में राख का ढेर देख मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गयी और रेणुकूट बीजपुर सड़क मार्ग को जाम कर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान सड़क मार्ग पर छोटी बड़ी गाड़ियों की लंबी कतार लग गई, जिससे घण्टों आवागमन अवरुद्ध हो गया। सड़क पर जाम के झाम में फंसे कई विद्यालयों के स्कूली बच्चों सहित रिहंद परियोजना में काम पर जाने वाले सैकड़ो श्रमिक परेशान हो गए।
अपने गंतव्य तक पहुंचने वाले लोग अपने निजी वाहनों में घण्टों बैठे रहे। आक्रोशित ग्रामीण अर्जुन केशरी, विवेक केशरी, राकेश, गोलू, अनुराग, नन्दू, मुन्नीलाल केशरी पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य, प्रमोद, सुजीत, अमित, शिवकुमार, अजित कुमार आदि ने कहा कि एनटीपीसी राख प्रबन्धन की शह पर राख परिवहन में लगाए गए वाहनों के चालक निरंकुश हो गए हैं। बताया गया कि सड़क पर चौबीसों घंटे राख उड़ने से जनजीवन नरकीय हो गया है। प्रबन्धन द्वारा पानी छिड़काव की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे आमलोगों के जीवन में केमिकल युक्त राख जहर का काम कर रही है।
गौरतलब हो कि राख परिवहन में लगी कार्यदायी संस्थाओं के लापरवाही के कारण एनटीपीसी रिहंद के राख बंधे से बखरीहवां तक प्रदूषण से घरों में पड़े कपड़े, राशन, बर्तन, बिस्तर, खाना - पानी, पेड़ पौधे, फसल सहित सब कुछ बर्बाद हो रहे हैं। एनजीटी नियमों की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। ग्रामीणों ने चेताया कि अगर एनटीपीसी प्रबन्धन समय रहते उड़ रहे इस प्रदूषण पर अंकुश नहीं लगाई तो भविष्य में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। सड़क जाम की खबर पर पहुँचे दलबल के साथ उपनिरीक्षक श्रवण कुमार यादव, जिला पंचायत सदस्य जरहा रामविचार गोड़, ग्राम प्रधान पति विनोद भारती ने ग्रामीणों को समझाने की बहुत कोशिश की तो बातचीत के बाद राख ठेकेदार से समय समय पर पानी छिड़काव कराए जाने जैसे कई शर्तों पर सहमति बनने पर सड़क से चार घण्टे बाद जाम समाप्त हुआ। इसके बाद आवागमन शुरू हो सका।
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