यदि जिला अधिकारी कारण ग्राम पंचायत सोठन की जांच तो होगा बड़े भ्रष्टाचार का पर्दाफाश

यदि जिला अधिकारी कारण ग्राम पंचायत सोठन की जांच तो होगा बड़े भ्रष्टाचार का पर्दाफाश

लखीमपुर खीरी - विकासखंड लखीमपुर की ग्राम पंचायत सौठन में कराए गए विकास कार्यों में भारी भ्रष्टाचार एवं मानकों के अनदेखी किए जाने के गंभीर आरोप ग्रामीणों द्वारा लगाए गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने श्री कृष्ण के मकान से बनवाई गई इंटरलॉकिंग में रोडी की बजाय अपने गोला वाले मकान को तुड़वाने से निकले मलबे को डालकर इंटरलॉकिंग लगवाई वहीं पिपरिया व सोठन में कराए गए इंटरलॉकिंग कार्य में मानकों की अनदेखी करते हुए सफेद रेता की जगह पीली मिट्टी का प्रयोग कर इंटरलॉकिंग लगवाए जाने के आरोप लगाते हुए मामले की जांच कराए जाने की मांग की है।
 
जमुनहा निवासी कई ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा विकास कार्यों के नाम पर मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए जमकर भ्रष्टाचार किया गया है जो भी कार्य कराए गए हैं वह पूरे नहीं किया कुछ दूर कराकर छोड़ दिए गए और पैसा पूरे काम का निकाल कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। ग्रामीणों द्वारा ऑन कैमरा हमारे संवाददाता को दिए गए बयान में कहा गया है कि प्रधान द्वारा शौचालय आवास के नाम पर अवैध वसूली करते हैं जिसकी वानगी सर्वेश पुत्र मोलहे के बने आवास  से देखी जा सकती है उक्त आवास आज भी बगैर प्लास्टर फर्श व पल्ला तथा दरवाजा के अपूर्ण पड़ा भ्रष्टाचार की दास्तां बयां कर रहा है।
 
वही इंटरलॉकिंग कार्य में मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाते हुए रोडी की जगह गोला स्थित मकान को तुड़वाने से निकले मलवा को डालकर तथा सफेद रेता की जगह पीली मिट्टी डालकर इंटरलॉकिंग कार्य कराया गया है। कुछ जगह पर पुराने लगे खड़ंजे को उखड़वा कर उसी की रोड़ी डालकर इंटरलॉकिंग कार्य कराया गया। ग्राम प्रधान व सचिव की अनदेखी का ही परिणाम है कि लाखों की लागत से बना पंचायत भवन आज जंगल में तब्दील होकर रह गया है ।ग्रामीण  मे दर्जनों महिला पुरुषों की जुवानी सत्य माने तो प्रधान  ने लाखों का गोलमाल करके गोला में तीन मंजिल आलीशान हवेली प्रधान द्वारा बनवाई गई है उक्त सौठन ग्राम पंचायत के मजरा पिपरहिया में बना अमृत सरोवर आज भी अपूर्ण पड़ा जिम्मेदारों की अनदेखी बयां कर रहा है।
 
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान द्वारा उक्त तालाब की जेसीबी से खुदाई कराकर छोड़ दिया इस पर ना तो अभी बेंच बनी है ना ही इंटरलॉकिंग व तार फेंसिंग अथवा बाउंड्री वॉल व रैंप आज भी बनवाए गए हैं खंड विकास अधिकारी को सोठन में हुए भ्रष्टाचार की दर्जनों शिकायतें दी गई पर मामला डाक के तीन पात ही रहा। ग्रामीणों द्वारा मामले में उच्च अधिकारियों पर भी अनदेखी के भी आरोप लगाए हैं। यदि मुख्य विकास अधिकारी ले मामले का संज्ञान और कराये मामले की जांच टीम गठित का निष्पक्ष जांच तो होगा दूध का दूध और पानी का पानी। ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव की लापरवाही आएगी खुलकर सामने।
 
उक्त मामले पर जब ग्राम पंचायत अधिकारी अनामिका तिवारी के मोबाइल नंबर 9140 6279 40 पर संपर्क करके उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो कई बार घंटी बजाने के बाद भी उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा जिससे उनके पक्ष की जानकारी नहीं मिल सकी

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

श्रम मानक तय करे सरकार, श्रमिकों का शोषण नहीं किया जाना चाहिए।: सुप्रीम कोर्ट। श्रम मानक तय करे सरकार, श्रमिकों का शोषण नहीं किया जाना चाहिए।: सुप्रीम कोर्ट।
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय जल आयोग द्वारा दो एडहॉक कर्मचारियों को अचानक बर्ख़ास्त कर देने के ख़िलाफ़ याचिका...

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel

साहित्य ज्योतिष

संजीव-नी।
संजीव-नी।
संजीव -नी।
संजीव-नी।
संजीव-नी|