जमीनी विवाद को लेकर हुई हत्या में 8 गिरफ्तार।

 पिकअप लोडर खड़ी करने को लेकर हुआ था विवाद।

जमीनी विवाद को लेकर हुई हत्या में 8 गिरफ्तार।

स्वतंत्र प्रभात/ ब्यूरो।

कानपुर देहात।मामला गजनेर थाना क्षेत्र के शाहजहांपुर स्थित निनाया गांव का है. गांव में 5 अक्टूबर की रात करीब 11 बजे दो पक्षों के बीच जमीनी विवाद छिड़ गया. गांव के रहने वाले रामवीर विश्वकर्मा ने घर बनाने के लिए अपनी जमीन पर निर्माण सामग्री उतरवाई थी. जिसके बाद जमीन पर गांव के ही मोहन शुक्ला ने लोडर खड़ा कर जमीन को अपना बताना शुरू कर दिया। 

रात के करीब 11 बजे मोहन शुक्ला और उसके परिवार के लोगों ने चारपाई डालकर सो रहे रामवीर पर हमला कर दिया. मारपीट की सूचना मिलने पर रामवीर के बड़े भाई सत्यनारायण और उनके परिजन मौके पर पहुंचे. बीच बचाव करने पर हमलावरों ने सत्यनारायण और उनके परिवार के सदस्यों पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया. इसमें सत्यनारायण और उनके भाई की मौत हो गई. हमले में घायल लोगों के कानपुर के हैलट अस्पताल में इलाज चल रहा है 

जबकि आठ लोग अभी तक गिरफ्तार हो चुके है।स्वतंत्र प्रभात की रिपोर्ट के मुताबिक गांव के ही रहने वाले जय बहादुर सिंह ने बताया कि रामवीर सत्यनारायण ने मोहन शुक्ला के दादा से नोटरी पर ढाई बिस्वा जमीन खरीदी थी. पूरा रकबा 17 बिस्वा का था. जो कि मोहन के दादा ने पांच लोगों को अलग-अलग बेच दिया था. इसी जमीन पर 26 सितंबर से विवाद शुरू हुआ था. रिपोर्ट के मुताबिक जिस ढाई बिस्वा जमीन पर विवाद हुआ वो जमीन सरकारी दस्तावेजों में मोहन शुक्ला के दादा के नाम पर ही दर्ज है.

घटना को लेकर ग्राम प्रधान संतोष कुशवाहा ने बताया कि मोहन शुक्ला रात को गाड़ी लेकर रामवीर और सत्यनारायण से झगड़ा करने लगे. मोहन के दादा ने मौखिक रूप से जमीन बेच दी थी. जो कि कागजों में मोहन के दादा के नाम दर्ज है. कुशवाहा का कहना है कि मोहन ने दबंगों के बल पर जमीन पर कब्जा करना चाहा था।

आठ पुलिस कर्मियों को किया निलंबित।

एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि शाहजहांपुर निनायां में दो पक्षों में विवाद की जानकारी होने के बाद भी गनजेर पुलिस द्वारा लापरवाही बरती गई।


इधर घटना वाले दिन विवाद की सूचना पर पीआरवी मौके पर गई। इसके बाद भी विवाद कर रहे लोगों पर कार्रवाई नहीं कई गई। इस पर थाने के प्रभारी निरीक्षक संजेश कुमार, पामा चौकी प्रभारी कौशल कुमार, यूपी 112 के उप निरीक्षक विशुन लाल, मुख्य आरक्षी कमल सोनकर, अमर सिंह, रवींद्र सिंह, नरेश प्रजापति, ब्रजेंद्र पाल को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही विभागीय जांच बैठाई है।

जिलाधिकारी ने लेखपाल को किया निलंबित।

पूरे प्रकरण में बरती गई लापरवाही की जांच एडीएम प्रशासन को दी है। गांव के लेखपाल सचिन कुमार द्वारा विवाद की रिपोर्ट न देने पर निलंबित किया गया है। कानून गो के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है। पूरे मामले में जो भी लोग दोषी होंगे उनके खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

इधर एडीजी आलोक कुमार सिंह ने पामा चौकी से लेकर गजनेर थाने की भूमिका को लेकर एसपी को पूरे मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

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