राम जैसा त्याग करेंगे तभी छोटे भाई भरत और लक्ष्मण जैसा मर्यादित आचरण करेंगे( ब्रम्हानंद महराज )
खजनी क्षेत्र बिहारी बुजुर्ग में दीपों का जगमगाया, ब्राम्हानन्द महाराज के बिंद मुखर से राम कथा ने बांधा समां
ब्यूरो/शत्रुघ्न मणि त्रिपाठी/रिपोर्ट :अरुण मिश्रा
गोरखपुर । खजनी क्षेत्र बिहारी बुजुर्ग में विगत के एक सप्ताह से चल रहे नव दिवसीय राम कथा में अयोध्या से पधारे ब्रह्मानन्द महाराज ने श्रोताओं को भरत चरित्र सुनाकर राम कथा के मंदाकिनी में खूब डूबकी लगवाया।
व्यास पीठ से अपने संबोधन में श्रोताओं से कहा कि भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने छोटे भाई के लिए अयोध्या का राज सौंप कर बन में रहना पसंद किया तो वहीं छोटे भाई भरत जी ने भगवान राम के चरण पादुका को राज सिंहासन पर रखकर अयोध्या में अपने आदर्श आचरण का परिचय दिया इतना ही नहीं चौदह वर्ष नंदी ग्राम में भूमि पर शयन कर अपने उच्च मानवीय आदर्श का अपने बड़े भाई के प्रति एक आदर्श स्थापित किया।भगवान राम ने कहा था कि भरत हमारे रघुकुल के हंस है जो इस खानदान में अवतरित होकर गुंण को ग्रहण किया लक्ष्मण जी को जब भरत जी पर राज मद का संका किया तो भगवान ने लक्ष्मण से कहा कि हे भाई भरत को कभी राज मद नहीं हो सकता।
व्यासजी ने कहा कि राम चरित मानस जीवन जीने एक पंथ प्रदर्शक है जब आप राम जैसा व्यवहार करेंगे तभी छोटे भाईयों से भरत,लक्ष्मण जैसा सम्मान पाने की आशा करें। श्रीराम कथा के अंतिम दिन देव दीपावली के पावन पर्व पर आयोजित श्री राम महायज्ञ का समापन बड़े धूमधाम से हुआ। कार्यक्रम के अंतिम दिन एक हजार दीपों से कार्यक्रम स्थल का चारो दिशा जगमगा उठा
इस अवसर पर आयोजकों ने सभी का आभार व्यक्त किया और इस तरह के धार्मिक आयोजनों को आगे भी जारी रखने का संकल्प लिया।
उक्त कार्यक्रम मुख्य यजमान सुग्रीव मिश्रा सपत्नी सहित रहे, आचार्य पंडित हरिओम पांडेय ,आयोजक राहुल पांडेय ,कार्य समिति अध्यक्ष व उपाध्यक्ष अजय पांडेय ,कोषाध्यक्ष प्रभात दुबे ,सचिव केशव पांडेय ,मार्ग दर्शक प्रह्लाद पांडेय ,अनिरुद्ध पांडेय ,सुभाष पांडेय ,धीरेंद्र दुबे ,नितेश पांडेय , सुरेन्द्र मौर्य ,देवेंद्र पांडेय ,मुकेश पांडेय ,सुनील पांडेय ,दयाराम मौर्य , राकेश भारती व समस्त ग्राम वासी अपना अमूल्य समय व श्रम दान कर नव दिवसीय श्रीराम कथावक समापन कगया ।
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