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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

सोना ले  जा रे, चांदी ले जा रे

सोना ले  जा रे, चांदी ले जा रे दुनिया में सोना और चांदी हिरणी की तरह कुलांचें भर रहा है। कुलांचे इसलिए भर रहा है क्योंकि दुनिया का वातावरण कुलांचें भरने के अनुरूप है। यदि सोना और चांदी जैसी धातुएं कुलांचें भरतीं हैं तो समझ जाइये कि विश्वव्यापी...
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