UN में जयशंकर ने कनाडा को दिया मुहतोड़ जवाब, बोले विदेशी दखल के कारण लोकतंत्र खतरे में
भारत और कनाडा के संबंधों में तनाव चरम पर है। कनाडा और भारत विवाद संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी

इंटरनेशनल न्यूज़
UN हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के संबंधों में तनाव चरम पर है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी कनाडा-भारत विवाद छाया रहा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में कनाडा से लेकर चीन और पाकिस्तान तक पर निशाना साधा और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की हिदायत दी। जयशंकर ने जब कहा कि राजनीति के लिए आतंकवाद को बढ़ावा देना गलत है तो कनाडा तिलमिला उठा और पलटवार करते हुए कहा है कि विदेशी ताकतों के दखल की वजह से लोकतंत्र खतरे में है ।
हम किसी के राजनीतिक फायदे के लिए झुक नहीं सकते क्योंकि ऐसा देखा जा रहा है कि विदेशी दखल की वजह से लोकतंत्र खतरे में हैं। सच्चाई ये है कि अगर हम उन नियमों का पालन नहीं करते हैं, जिन पर हम सहमत हुए हैं तो हमारे उन्मुक्त समाजों का ताना-बाना टूटने लगेगा।
संयुक्त राष्ट्र में कनाडा के राजदूत बॉब रे ने कहा कि विदेशी हस्तक्षेप की वजह से लोकतंत्र खतरे में हैं इसलिए राजनीतिक फायदे के लिए झुका नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब हम समानता के महत्व पर जोर देते हैं,हमें निष्पक्ष और लोकतांत्रिक समाजों के मूल्यों को बनाए रखना होगा।
हालांकि विदेश मंत्री जयशंकर ने बिना किसी देश का नाम लिए कहा कि सियासी सहूलियत के लिए आतंकवाद पर एक्शन सही नहीं है जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कनाडा का नाम लिए बगैर कहा कि अब वो दिन बीत चुके हैं, जब कुछ देश एजेंडा सेट करते थे जबकि दूसरे देश उसी पर चलने की उम्मीद करते थे।
आज भी कुछ देश ऐसे हैं, जो एजेंडा सेट करते हैं लेकिन अब यह नहीं चल सकता कि सियासी सहूलियत के लिए आतंकवाद, चरमपंथ और हिंसा पर एक्शन नहीं लेना चाहिए। अभी भी कुछ देश ऐसे हैं, जो एक तय एजेंडे पर काम करते हैं लेकिन ऐसा हमेशा नहीं चल सकता और इसके खिलाफ आवाज उठाई जानी चाहिए।
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