रोहिणी सैक्टर-4-5 में आवारा गायों का आतंक, अवैध डेयरियां आबाद
स्वतंत्र प्रभात। एसडी सेठी। रोहिणी के सेक्टर 4- 5 स्थित विजय विहार फेस 1 क्षेत्र की रिहाईशी काॅलोनी में चल रही अवैध डेयरियों से लगातार आवारा गायों की तादाद बढती जा रही है। इस वजह से इलाके में रहना दुश्वार हो गया है। सुबह सवेरे दूध निकालने के बाद डेयरी मालिक इन गायों को सड़कों पर आवारा छोड देते है। इनसे ट्रैफिक की समस्या खडी हो गई है। इस बावत विजय विहार रेजिडेंट वैलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष एस आर गोयल और चक्रेश कुमार ने बताया कि इन आवारा गायों की वजह से व्यस्त मार्गों एवं चौराहो पर दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गई है। सडकों पर गोबर की वजह से दो पहिये वाहन फिसल रहे है। लोग चोटिल हो रहे हैं। इसके अलावा, आवारा गायों के कारण सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैल रही है। जिससे स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी समस्याएं पैदा हो रही हैं।
विजय विहार रेजिडेंट वैलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष एस आर गोयल व चक्रेश कुमार समेत स्थानीय निवासियों ने बताया कि यह समस्या पिछले 5-6 महीनों से कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है, गलियों में गाय द्वारा किया गया गोबर, गंदगी बीमारी का कारण बन गये है। आरडब्ल्यूए समेत स्थानीय लोगों के मुताबिक दिल्ली नगर निगम रोहिणी जोन में इस बाबत लगातार शिकायत दर्ज कराई जा रही है, लेकिन इन शिकायतों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि एमसीडी के 311 ऐप बिल्कुल फ्लॉप साबित हो रहा है। बड़े -बडे मीडिया प्रचार के साथ इस ऐप को लॉन्च किया गया था कि, जनता की समस्याओं का शीघ्र निपटारा इस ऐप के माध्यम से किया जा सकेगा, लेकिन हालत ये है कि ऐप काम ही नहीं कर रहा है।
आलम ये है कि सडकों से लेकर गलियों , घरों के गेट के सामने गायो का समूह अपना डेरा जमा कर बैठ जाता है, और वहां से भगाए जाने की सूरत में लोगों के पीछे उन्हें मारने को दौडती है। गायों द्वारा हमला कभी भी जानलेवा साबित हो सकता है। गायों की बढती सक्रियता के कारण बच्चों, बूढों, एवं लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है।आरडब्ल्यूए समेत स्थानीय लोगों का आरोप है एमसीडी कोर्ट के आर्डर को भी दरकिनार कर बेखौफ डेयरी मालिकों से शेकहैंड करे बैठी है। एमसीडी के कारिंदे दिल्ली की रिहाईशी काॅलोनियों में एमसीडी की मिली भगत से धड्डले से चल रही डेरियों के मालिक रिशवत के बल पर अवैध डेयरियां खोले बैठे है। ये डेयरी मालिक सिर्फ दूध निकालने के समय गायों को पकड़ कर ले जाते है, और उसके बाद उन्हें छोड़ देते है।
आरडब्ल्यूए का आरोप है रिश्वत कटाई के चलते बार बार शिकायत करने के बावजूद लामबंद इन डेरियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की जा रही है इससे साफ जाहिर होता है कि यह सब विभाग और डेरी वालों की मिलीभगत से चल रहा है। गाय पकडने आने से पहले एमसीडी कर्मचारी डेयरी मालिको को बाकायदा सूचित कर देते है। जिससे डेयरी मालिक इन्हें गली, मौहल्लो और सडकों से हटा देते है। लेकिन बाद में फिर सडकों पर आवारा छोड दी जाती है। गायों के मामले में एमसीडी सीधे-सीधे कोर्ट की अवमानना कर रही है। इस बावत दिल्ली की मेयर शैली ऑबेराॅय से आरडब्ल्यूए की अपील है कि वह सैक्टर4 -5 रोहिणी के विजय विहार फेज- 1 की रिहाईशी काॅलोनी में एमसीडी की मिलीभगत से खुलेआम चल रही डेयरियों को यहां से तुरंत हटाया जाए।
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