भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी का है रिश्ता : जिलाधिकारी
वाल्मीकि सभागार, वाल्मीकिनगर में भारत-नेपाल जिलास्तरीय सीमा समन्वय समिति की त्रैमासिक बैठक बेहद खुशगवार माहौल में सम्पन्न
वाल्मिकीनगर। वाल्मीकि सभागार, वाल्मीकिनगर में शनिवार को भारत-नेपाल जिलास्तरीय सीमा समन्वय समिति की त्रैमासिक बैठक बेहद खुशगवार माहौल में सम्पन्न हुई। इस बैठक में नेपाल राष्ट्र के सीमावर्ती जिलों के उच्च अधिकारी एवं पूर्वी चम्पारण जिला के जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक अपने शिष्टमंडल के साथ भाग लिए।
भारत-नेपाल जिलास्तरीय सीमा समन्वय समिति की बैठक में भाग लेने वाले सभी अधिकारियों को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। बैठक की शुरुआत दोनों देशों के राष्ट्रीय गान के साथ प्रारंभ की गई। इसके पश्चात जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण द्वारा नेपाल राष्ट्र के उच्च अधिकारियों का स्वागत पौधा एवं शॉल देकर किया गया।
बैठक में पिछली बैठक की उपलब्धि, सीमा पार अपराध तस्करी, नशीली दवाओं की तस्करी, नकली मुद्राएं, छोटे हथियारों की तस्करी, अवैध व्यापार आदि को नियंत्रित करना), समय पर जानकारी साझा करना, सीमा पार अवैध शराब व्यापार पर नियंत्रण और शराब प्रतिबंध लागू करना, वन्यजीवन व्युत्पन्न, इमारती लकड़ी और मवेशियों की तस्करी, सीमा पार से अवैध आवाजाही पर नियंत्रण सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया गया।
अपने संबोधन में जिला पदाधिकारी, पश्चिमी चम्पारण, बेतिया, श्री दिनेश कुमार राय ने कहा कि आज अत्यंत ही अद्भूत क्षण है। मैं जिला प्रशासन, पश्चिम चम्पारण, बेतिया की ओर से इंडो-नेपाल जिला स्तरीय सीमा समन्वय समिति की बैठक में महात्मा गांधी की कर्मभूमि एवं महर्षि वाल्मीकि की तपोभूमि पर नेपाल राष्ट्र के परसा, बारा, चितवन, नवलपरासी (पूर्वी) एवं नवलपरासी (पश्चिमी) जिला तथा पूर्वी चम्पारण, मोतिहारी जिला के सम्मानित पदाधिकारीगण, सम्मानित सहकर्मी और विशिष्ट अतिथिगण का हार्दिक अभिनंदन करता हूं, स्वागत करता हूं।
उन्होंने कहा कि वाल्मीकिनगर बिहार राज्य का एक मात्र टाइगर रिजर्व है, जो एक ओर कलकल करती नदियों, ऊँचे-ऊँचे पहाड़ तथा दूसरी ओर घने जंगलों से घिरा हुआ है। इसके पूर्व इंडो-नेपाल जिला स्तरीय सीमा समन्वय समिति की बैठक या तो नेपाल राष्ट्र में या पूर्वी चम्पारण मोतिहारी में आयेजित हुआ करता था। पश्चिम चम्पारण जिला प्रशासन की गहरी इच्छा थी कि अगली बैठक पश्चिम चम्पारण में आयोजित हो। इसलिए पिछली बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक में आज हम सभी नदियों की कलरव करती ध्वनि के बीच अवस्थित वाल्मीकि सभागार में इंडो-नेपाल जिला स्तरीय सीमा समन्वय समिति की बैठक में सम्मिलित हुए हैं, यह पश्चिम चम्पारण जिले के लिए अत्यंत ही हर्ष का विषय है।
उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी का रिश्ता है, जो सदियों से अनवरत चला आ रहा है। आपसी सहयोग की भावना के कारण इस रिश्ते में दिन-प्रतिदिन मजबूती भी आ रही है। विगत दिनों पश्चिम चम्पारण जिले में सम्पन्न लोक सभा आम निर्वाचन के दौरान जिस प्रकार का सहयोग प्राप्त हुआ है, उसके लिए धन्यवाद शब्द काफी कम होगा।
उन्होंने कहा कि गंडक नदी में जलस्तर में वृद्धि होने के कारण पश्चिम चम्पारण जिले में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। किंतु नेपाल के देवाघाट से ससमय जलस्तर में वृद्धि होने की सूचना प्राप्त होने के कारण आमजन को आगाह करने के साथ ही जान-माल की क्षति को काफी कम कर पा रहे हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह बैठक सितम्बर माह के अंतिम सप्ताह में आयोजित किया गया था, किंतु गंडक नदी सहित अन्य नदियों में बढ़े जलस्तर के कारण बैठक स्थगित करना पड़ा। उस वक्त भी नेपाल से जलस्तर वृद्धि की सूचना ससमय प्राप्त होने में जागरूक रहकर जिला प्रशासन के द्वारा क्षति को कम किया जा सका।
उन्होंने कहा कि अपराध एवं मादक पदार्थों की तस्करी दोनों ही देश की प्रमुख समस्या है। भारत-नेपाल क्षेत्र के पदाधिकारियों के द्वारा इस संदर्भ में सूचना का आदान प्रदान कर तथा आपसी समन्वय एवं सहयोग से अपराध एवं मादक पदार्थों की तस्करी को कम कर पाए हैं।
भारत-नेपाल जिलास्तरीय सीमा समन्वय समिति की बैठक में अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह ने पवार प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से पिछली बैठक की उपलब्धि, सीमा पार अपराध तस्करी, नशीली दवाओं की तस्करी, नकली मुद्राएं, छोटे हथियारों की तस्करी, अवैध व्यापार आदि को नियंत्रित करने, समय पर जानकारी साझा करना, सीमा पार अवैध शराब व्यापार पर नियंत्रण और शराब प्रतिबंध लागू करना, वन्यजीवन व्युत्पन्न, इमारती लकड़ी और मवेशियों की तस्करी, सीमा पार से अवैध आवाजाही पर नियंत्रण सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।
श्री कुमार रविन्द्र, अपर समाहर्ता, विभागीय जाँच ने उद्घोषणा किया। बैठक की समाप्ति के पश्चात भारत देश की ओर से नेपाल राष्ट्र के उच्च अधिकारियों को मोमेंटों देकर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार नेपाल राष्ट्र के उच्च अधिकारियों द्वारा भारत के उच्च अधिकारियों को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
बैठक के अंत में दोनों देशों के वरीय पदाधिकारी द्वारा महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी साझा किया गया एवं भविष्य में तकनीक का उपयोग करते हुए सामूहिक समस्याओं को दूर करने का सुझाव दिया गया।
इस अवसर पर भारत की ओर से जिला पदाधिकारी, पूर्वी चम्पारण, श्री सौरभ जोरवाल, पुलिस अधीक्षक, पूर्वी चम्पारण, श्री स्वर्ण प्रभात सहित जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारी, एस एस बी के अधिकारी, जिला पदाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, बेतिया, श्री दिनेश कुमार राय, पुलिस अधीक्षक, बेतिया, श्री शौर्य सुमन, पुलिस अधीक्षक, बगहा, श्री सुशांत कुमार सरोज, उप विकास आयुक्त, श्री सुमित कुमार, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, अपर समाहर्ता, विभागीय जाँच, श्री कुमार रविन्द्र, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, श्री रामानुज प्रसाद सिंह, अधीक्षक, मद्य निषेध, श्री मनोज कुमार सिंह, वन प्रमंडल पदाधिकारी, डिवीजन, 1/2, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, समादेष्टा, 21 वीं, 44 वीं, 47 वीं, 65 वीं सशस्त्र सीमा बल सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। नेपाल राष्ट्र की ओर से सीडीओ, पारस, सीडीओ बारा, सीडीओ चितवन, सीडीओ नवलपरासी पूर्वी, सीडीओ नवलपरासी पश्चिम, पुलिस अधीक्षक, परसा, बारा, चितवन, नवलपरासी, पश्चिम/पूर्वी उपस्थित थे।
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