सामुदायिक शौचालय बना बकरियों का तबेला, अधर में योजना 

मानदेय के बाद भी सामुदायिक शौचालय का देख-रेख व साफ-सफाई करने से कतरा रही स्वयं सहायता समूह की महिलाएं

सामुदायिक शौचालय बना बकरियों का तबेला, अधर में योजना 

महराजगंज। नौतनवां ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत पड़ौली में लाखों के लागत से बना सामुदायिक शौचालय में सफाई के लाले पड़े हुए हैं।  सरकार द्वारा सफाई के लिए समूह की महिलाओं को 9 हजार रुपए मानदेय भी दिया जा रहा है जिसके बाद भी सफाई व्यवस्था अधर में है। स्थिति यह है कि देख-रेख के आभाव में सामुदायिक शौचालय बकरियों का तबेला बना हुआ है जिससे शौचालय ग्रामीणों के प्रयोग से वंचित है।
जानकारी के मुताबिक नौतनवा ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत पड़ौली में स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांव में लाखों की लागत से सामुदायिक शौचालय का निर्माण करवाया गया।
 
सामुदायिक शौचालय के रख-रखाव का जिम्मा गांव की महिला समूह को दिया गया। वहीं महिला समूह को कुल 9 हजार रूपए मानदेय भी दिए जाने लगा। बावजूद इसके सामुदायिक शौचालय स्वच्छता के आभाव में बदहाली का दंश झेल रहा है। जिससे ग्रामीण अब भी खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। उक्त सामुदायिक शौचालय की बदहाली इसी प्रकार है कि सामुदायिक शौचालय देख-रेख के आभाव में बकरियों का तबेला बना हुआ है। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मानदेय के बाद भी सामुदायिक शौचालय का देख-रेख करने से परहेज कर रही हैं।
 
नियमित साफ-सफाई नहीं होने से सामुदायिक शौचालय ग्रामीणों के प्रयोग में नहीं है जिससे सरकार की यह महत्वकांक्षी योजना जिम्मेदारों के उदासीनता के कारण बेकार व बेमतलब साबित हो रहा है। इस संबंध में खण्ड विकास अधिकारी अमित कुमार मिश्रा ने कहा कि सामुदायिक शौचालय का नियमित साफ-सफाई व देखरेख का निर्देश सम्बंधित को दिया गया है, ऐसे में अगर शौचालय में गंदगी पाया गया तो सम्बंधित के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
 
 

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