दोआब गंडक : कभी कबीले में सुनी जाती थी ठाय–ठाय , अब वहां दौड़ेगी सरपट वाहने

यशश्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यूपी बिहार बार्डर को दिया पुल पथ का बड़ा तोहफा , लोग दे रहे बधाई

दोआब गंडक : कभी कबीले में सुनी जाती थी ठाय–ठाय , अब वहां दौड़ेगी सरपट वाहने

कुशीनगर। लंबे समय से चली आ रही जटहां गंडक सेतु पथ निर्माण की मांग की सपना संजोए यूपी बिहार बार्डर स्थित जनपद के पडरौना विधानसभा क्षेत्र के ऐतिहासिक मार्केट जटहां बाजार एवं खड्डा क्षेत्र के ग्राम पंचायत कटाई भरपुरवा सहित विशुनपुरा विकास खंड के 80 ग्राम पंचायतों सहित बिहार चंपारण जिले के प्रखंड पिपरासी दहवा मधुबनी के सैकड़ों गांव के लाखों ग्रामीणों की उम्मीदें देश के यशश्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी जी द्वारा पूरा कर दिया गया, अब लाखों लोगों में खुशहाली का कोई ठिकाना नहीं है।
 
सोशल मीडिया से मिली खबर के अनुसार चंपारण के बगहा से न्यू एलाइनमेंट न्यू ब्रिज गंडक मंगलपुर ढाला एनएच_727 से जटहां गंडक कटाई भरपुरवा सेतु पथ एनएच 727 नेबुआ रायगंज तक 20 किमी पुल सह सड़क मार्ग निर्माण हेतु बिहार राज्य के वार्षिक योजना कार्य में 300 करोड़ रुपया शामिल हो गया है। यह बड़ी सौगात चंपारण बिहार राज्यसभा सांसद कोयला एवं खान राज्यमंत्री सतीश चन्द्र दुबे एवं बगहा विधायक राम सिंह, वाल्मिकीनगर सांसद  सुनील कुमार के योगदान के प्रति गंडक बॉर्डर सीमावर्ती क्षेत्र के लाखों ग्रामीण बोल रहे हैं जंगल झाड़ी नदी टापू से बाहर निकाल कर आम जनजीवन देने वाले उन महान विभूतियों को बधाई की संदेश से चहुओर भूरी–भूरी सराहना हो रही है।
 
कभी डाकुओं की बंदूकों की गूंज से कांपते रहते थे दियारा के लोग..
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आज दो राज्य में जाने आने के लिए जब कोई मार्ग नहीं था उस जमाने में आजादी के 76 वर्ष बाद कहे या 20 से 25 साल पहले आज स्वीकृत हुआ वही पुल पथ मार्ग हैं जब बगहा (बिहार) के रेलगाड़ी से उतर कर यूपी के जटहां घाट से आया जाया करते थे।
उस जमाने में डाकुओं के कबीले में उगी घनघोर जंगल झाड़ी के बीच डेरा डाले डाकुओं की गैंग द्वारा लूटपाट और अत्याचार चरम पर चलता रहा यहां यात्रियों के लूटपाट के डर से यात्रीगण थर–थर कांपते रहते थे, पर वह एक समय था विवशता और परिस्थितियां क्या नहीं कराती है खैर वह सुदूर कठिन पगडंडी डगर बेहद डरावनी दौर का डगर रहा। बगहा में रेलगाड़ी से उतर कर नारायन पुर घाट नाव से पार कर बीच में टमटम की सवारी से जटहां घाट पर आते थे वहां खड़ी बस से यूपी की यात्रा करते थे, तब जाने–आने का एकमात्र यही मार्ग हुआ करता था। अब खुशी इस बात की है आज वही मार्ग है जिस पथ पर सेतु मार्ग पास हो चुका है। निःसंदेह अब इसमें परिवर्तन होने की दूर दूर तक कोई गुंजाइश नहीं है। 
 
गंडक सीमावर्ती यूपी से बिहार के लोगों में खुशी इस बात की है कि दशकों से गंडक रेता क्षेत्र में जंगली जीवन से उबारने वाले यूपी और बिहार वासियों के आशा और उम्मीद के सपनो को साकार कर दिखाने वाले उन महान विभूतियों के प्रति फक्र है कि देश के यशश्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नीतिक गडकरी चम्पारण से उभर रहे युगपुरुष राज्य सभा सांसद कोयला एवं खान राज्यमंत्री सतीश चन्द्र दुबे, बगहा विधायक राम सिंह, वाल्मिकीनगर सांसद सुनील कुमार के प्रति दिल से आभार जता रहे हैं।

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