प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मदरहवा में लैबटेक्नीशियन की नियुक्ति न होने से मरीज प्राइवेट जांच कराने पर मजबूर
ब्यूरो चीफ दिवाकर कसौधन की रिपोर्ट
गैसड़ी बलरामपुर
स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गैसड़ी के अंतर्गत नवनिर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मदरहवा का वर्ष 2022 में आनन-फानन प्रशासनिक व अफसर के विशेष जोर पर मानक के अनुसार बिना संसाधनों की उपलब्धता के चलते संचालित कर दिया गया था जहां स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को बैठने के लिए कुर्सी तीमारदारों को बैठने के लिए सीट आदि की व्यवस्था नहीं है फिर भी किसी तरह वहां के मौजूद कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर तत्पर रहते हुए देखे जा रहे हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के वार्डो व शौचालय में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है यहां तक की मेंन बिल्डिंग के प्लास्टर भी टूटने लगे हैं अस्पताल में लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति न होने से मरीजों को शुगर , एचबी, एचआईवी , एचबीएसएजी (हेपेटाइटिस बी) एचसीबी ( हेपेटाइटिस सी ) सेप्सिस, सीबीसीईएसआर , यूरिन, एग्जामिनेशन, बलगम , टाइफाइड, डेंगू , मलेरिया , जापानी इंसेफ्लाइटिस सहित अन्य कई महत्वपूर्ण जांच महंगे दामों पर बाहर से करने पर मजबूर रहते हैं । जबकि प्रशासन स्वास्थ्य चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर वाह वाही की ताली बजा रही है लेकिन हकीकत सच कुछ और है जब स्थानीय स्तर पर मौका जांच सक्षम अधिकारियों द्वारा जांच किया जाय तो दूध का दूध पानी का पानी साफ सामने आ जायेगा जबकि ब्लॉक मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए तत्कालीन पूर्व राज्य मंत्री स्वर्गीय डॉक्टर एसपी यादव के महत्वाकांक्षी दृष्ट गतियां में एक रहा है जिससे वह अपने जीवन काल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्वीकृति देकर क्षेत्र वासियों को स्वास्थ्य चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का महत्वपूर्ण कार्य किया था लेकिन उनके ना रहने के बाद वर्तमान समय में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमराई जैसी नजर आ रही हैं । इस संबंध में सीएससी अधीक्षक डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि मूलभूत आवश्यक संसाधन के कर्मियों को दूर करने के लिए लिखा पढ़ी की गई है जल्द ही अस्पताल का आईडी बना है आवश्यक संसाधन आते ही उपलब्ध करा दिया जाएगा ।
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