कारगिल विजय दिवस पर वीर जवानों को किया गया नमन

कारगिल विजय दिवस पर वीर जवानों को किया गया नमन

चौपारण, हजारीबाग, झारखंड:-  हर साल 26 जुलाई को मनाया जाने वाला कारगिल विजय दिवस भारत की तारीख में एक काफी अहम दिन है। यह 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान मुल्क के लिए अपनी जान की आहुति देने वाले भारतीय सैनिकों की बहादुरी को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है। यह दिन देश की संप्रभुता की रक्षा करने वाले भारतीय सैनिकों के साहस और बलिदान का सम्मान करता है। इस साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ में शामिल होने के लिए 26 जुलाई को लद्दाख के द्रास जा रहे है। उक्त बातें आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर भाजपा नेता मुकुंद साव ने प्रेस बयान जारी कर कहा।
 
उन्होंने कारगिल विजय दिवस का इतिहास पर चर्चा करते हुए बताया कि कारगिल विजय दिवस का इतिहास 1971 की शुरुआत में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध से जुड़ा हुआ है, जिसके कारण पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश नाम से एक अलग देश बना इसके बाद भी दोनों देशों के बीच एक दूसरे के साथ टकराव जारी रहा।जिससे आसपास के पहाड़ी इलाकों पर सैन्य चौकिया तैनात करके सियाचिन ग्लेशियर पर हावी होने की लड़ाई भी शामिल थी। उन्होंने 1988 में अपने परमाणु हथियारों का परीक्षण भी किया जिसके कारण दोनों देशों के बीच लंबे समय से दुश्मनी चलती रही।
 
इसलिए शांति और स्थिरता बनाए रखनेऔर तनाव को हल करने के लिए फरवरी 1999 में लाहौर डिक्लेरेशन पर साइन करके कश्मीर मुद्दे का भी पक्ष शांतिपूर्ण समाधान की ओर कदम बढ़ाने की कसम खाई गई। पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों ने नापाक चाल चलते हुए कश्मीर और लद्दाख के बीच लिंक तोड़ने और अशांति पैदा करने के लिए उत्तरी कारगिल में नियंत्रण रेखा के अंदर भारतीय इलाके में घुसपैठ की और ऊंची पहाड़ियों की चोटियों पर कब्जा कर लिया। जब भारत को मई 1999 में घुसपैठ का पता चला तो भारतीय सेना को ऑपरेशन विजय शुरू करना पड़ा और कारगिल युद्ध हुआ।
 
यह संघर्ष भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर के कारगिल जिले और एलओसी पर मई से जुलाई 1999 तक चला।।करीब दो महीने तक दुर्गम पहाड़ी इलाकों में भीषण युद्ध चला। ऑपरेशन विजय के तहत भारतीय सेना पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ने में कामयाब रही और टाइगर हिलऔर दूसरे रणनीतिक ठिकानों पर सफलतापूर्वक कब्जा कर लिया। 26 जुलाई 1999 को 3 महीने के संघर्ष के बाद भारतीय सैनिकों ने यह जीत हासिल की। युद्ध में भारत की जीत भारतीय सैनिकों की बहादुरी और बलिदान का सम्मान करने के लिए हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है।  

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