इफको में विश्व के सबसे बड़े शिल्पी विश्वकर्मा भगवान की जयंती पर भव्य पूजा अर्चना।

वर्षात ने माहौल को बिगाड़ा।

इफको में विश्व के सबसे बड़े शिल्पी विश्वकर्मा भगवान की जयंती पर भव्य पूजा अर्चना।

प्रयागराज। इफको फूलपुर संयंत्र के केन्द्रीय कार्यशाला (यांत्रिक) में। विश्व के सबसे बड़े  वास्तुकार और देवशिल्पी  श्री श्री विश्वकर्मा भगवान की भव्य पूजा अर्चना पूरे विधि-विधान के साथ की गई। इस अवसर पर इफको वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (इकाई प्रमुख) संजय कुदेशिया ने मुख्य यजमान डी.एन.मिश्र के साथ सर्वप्रथम गणपति एवं विश्वकर्मा भगवान की पूजा, हवन वआरती किया।उन्होंने कहा कि कैलाश पर्वत पर पार्वती के आग्रह पर गणपति और  कार्तिकेय के लिए एक भव्य आवास बनाने के लिए विश्वकर्मा महाराज को याद किया गया तो उन्होंने कैलाश पर्वत पर सोने का महल बना दिया था।
 
 IMG-20240917-WA0164इफको संयंत्र के सभी विभागों व नैनो संयंत्र में मशीनों की पूजा की गई। इस दौरान महाप्रबंधक क्रमशः संजय वैश्य, एम.डी. मिश्र, ए.पी.राजेन्द्रन, संजय भंडारी, पी.के.सिंह, संयुक्त महाप्रबंधक क्रमशः डॉ. अनिता मिश्रा, पी.के.पटेल, रत्नेश कुमार, अरूण कुमार, अरवेन्द्र कुमार, एस.के.सिंह, ए.के.गुप्ता, विभागाध्यक्ष मानव संसाधन शम्भू शेखर, इफको ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग तिवारी व महामंत्री स्वयम् प्रकाश, इफको इम्पलाइज संघ के अध्यक्ष पंकज पाण्डेय व महामंत्री विजय कुमार यादव, समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी कार्यक्रम में मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में लोगों को प्रसाद वितरण किया गया।
 
वर्षात ने विश्वकर्मां जयंती के महोत्सव पर बाधा डाल दिया और दिन भर पूजा अर्चना गायन भजन से गुलजार रहने वाला इफको पूजा अर्चना की औपचारिकता ही पुरा कर पाया।लेकिन प्रकिति आगे सभी बेबस थे।

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