बिहार : केन्या से आई यूनिसेफ़ कि टीम पहुंची बिहार के कश्मीर वाल्मीकिनगर
जंगल सफारी कर विटीआर के प्रकृति सौंदर्य का किया सराहना
वाल्मीकिनगर से जी कुमार की ग्राउंड रिपोर्ट।
बिहार का कश्मीर कहे जाने वाले वाल्मीकिनगर के वन क्षेत्र में विदेशी पर्यटकों का अकेले व समूह में आने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में शनिवार को छह सदस्यीय टीम के साथ
यूनिसेफ की मुख्य वित्त महिला अधिकारी मारग्रेट एनियांगो आउच भ्रमण पर केन्या से वीटीआर के वाल्मीकि नगर स्थित जंगल कैंप पहुंची। यूनिसेफ के यूनाइटेड नेशनल चिल्ड्रेन फाउंडेशन के सदस्यों की टीम जो बिहार में यूनिसेफ द्वारा किए जाने वाले विकास कार्य की मॉनिटरिंग और विजिट के क्रम में टाइगर रिजर्व की प्राकृतिक सुंदरता और वन्य जीवो को नजदीक से देखने के बाद काफी सराहा किया है। पर्यटकों ने जंगल सफारी के दौरान वीटीआर का भ्रमण किया। इस दौरान वीटीआर की प्राकृतिक सुंदरता को करीब से देख प्रसन्न हुए। भ्रमण के दौरान पर्यटकों को कई शाकाहारी व हिंसक वन्य जीवों के साथ खरगोश व मोर तथा अन्य पक्षीयो के कोलाहल के साथ भालू आदि को नजदीक से देखने को मिला। पर्यटकों को यहां का जंगल और जंगल सफारी काफी पसंद आया। उन्होंने कहा वीटीआर की खूबसूरती की जितनी तारीफ की जाए वह कम है। विदेशी पर्यटक मारग्रेट एनियांगो आउच ने बताया कि वह केन्या की निवासी है वीटीआर की सुंदरता व जंगल घूमने के उद्देश्य से टीम के साथ यहां पहुंची है। उन्होंने बताया कि वीटीआर की खूबसूरती की जितनी तारीफ की जाए वह कम है। नारायणी गंडक नदी की कलकल जहां सुंदरता बढ़ाती है, वहीं गंडक बराज पर घूमना, नेपाल की विदेशी धरती पर सर उठाये खड़े पहाड़ को देखना रोमांचक है।
वीटीआर को मिलेगी ब्रांडिंग
वाल्मीकिनगर रेंजर शिवकुमार राम ने बताया कि विदेशी टूरिस्ट यहां वन्यजीवों का दीदार कर खुश हैं। प्राकृतिक दृश्यों व वन्यजीवों को नजदीक से देखने का मौका आकर्षित करता है। इससे वीटीआर को ब्रांडिंग मिलेगी। वीटीआर प्रशासन को और ज्यादा विदेशी पर्यटकों के आने की उम्मीद है। आने वाले दिनों में वीटीआर की जैव विविधता, प्राकृतिक सौंदर्य भारतीय व विदेशी पर्यटकों को हमेशा अपनी तरफ आकर्षित करता रहा है। साल दर साल यहां पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है।
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