Indian knowledge tradition
संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

 एक विदूषक से घबड़ाती राजसत्ता

 एक विदूषक से घबड़ाती राजसत्ता क्या जमाना आ गया है कि राजसत्ता एक अदने से विदूषक से घबड़ाने लगी है। मुंबई में कुणाल कामरा नाम के एक विदूषक की पैरोडी के बाद एक वर्णसंकर  सियासी दल के कार्यकर्ताओं ने कुणाल के दफ्तर में जिस तरह...
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