नौबस्ता के चंदीपुरवा में सार्वजनिक ऊदादेवी  पार्क पर भू माफिया कर रहे कब्जा

आवास विकास के तत्कालीन अधिशाषी अभियंता प्रबोध कुमार गुप्ता की बिना नक्शा बनवाये ही कब्ज़ा करवाया जाने का प्रयास किया

नौबस्ता के चंदीपुरवा में सार्वजनिक ऊदादेवी  पार्क पर भू माफिया कर रहे कब्जा

ग्राम नौबस्ता के चंदीपुरवा में वीरांगना ऊदा देवी स्मारक पार्क जो लगभग 40 सालों से निर्मित था पार्क को वर्ष 2016 में किसी और जमीन के कागज दिखाकर प्रशासन व न्यायालय को गुमराह कर भू माफिया ने ध्वस्त करवा दिया था

स्वतंत्र प्रभात-

ग्राम नौबस्ता के चंदीपुरवा में वीरांगना ऊदा देवी स्मारक पार्क जो लगभग 40 सालों से निर्मित था पार्क को वर्ष 2016 में किसी और जमीन के कागज दिखाकर प्रशासन व न्यायालय को गुमराह कर भू माफिया ने ध्वस्त करवा दिया था जिस पर जांच होने पर स्थितियां स्पष्ट हुई कि आराजी संख्या 1233 ग्राम नौबस्ता ऊषर बंजर की भूमि है और आराजी संख्या 1232 का काश्तकार रमाकांत का परिवार रहा है परंतु उन लोगों का कब्जा कभी भी किसी जमीन पर नहीं रहा पार्क को रमाकांत और उसके भाई पोलू साहू ने मिलकर अपनी जमीन बताने लगी और माननीय उच्च न्यायालय प्रयागराज का एक आदेश भी अपने पक्ष में ले आए परंतु आदेश अनुपालन गलत तरीके जिसमे   मिलीभगत कर कब्जा आराजी 1233 में देने का प्रयास किया गया परन्तु  जिसका अब खुलासा हो चुका है।

 

इस जमीन के बगल में रहने वाले तकरीबन 10 से 12 मकान के लोगों ने बताया कि हमारा मकान आराजी संख्या 1232 में बना हुआ है जैसे हमने चंदी के परिवार से खरीदा था परंतु लिखा पढ़ी नहीं हुई थी जिसका फायदा उठाकर रमाकांत गुप्ता व उसके साथियों ने 1233 स्थित पार्क को अपना बताने लगे और कब्जा करने की लगातार कोशिश करने लगे जब क्षेत्रीय लोगों ने विरोध किया तो उन लोगों पर भूमाफिया व अन्य मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगे I  जाँच में अब यह निकल कर आ रहा है कि रमाकांत गुप्ता अपने साथियों के साथ मिलकर लगभग 50 सालों से बने हुए मकानों को गिरवाने के लिए पैरवी कर रहा है जो कि अवैधानिक है उनके पिता ने चंदी के माध्यम से इस जमीन को बेचा था और तब से वह लोग वहां पर मकान बनाकर रह रहे हैं।

 

वर्तमान के उप जिलाधिकारी कानपुर नगर ने जांच करवाई तो यह ज्ञात हुआ कि बने हुए मकान 1232 में हैं और इसी पते से वोटर आईडी कार्ड राशन कार्ड आदि बने हुए हैं रमाकांत साहू पहले भी खाडेपुर में कब्रिस्तान की जमीन को कब्जा कर चुका है और अब समाजिक पार्क को कब्जा करने की कोशिश लगातार कर रहा है यह भी ज्ञात हुआ है कि अधिकारियों पर पैसे लेने का आरोप लगाकर दबाव बना रहा है ताकि आराजी संख्या 1233 में उसको आराजी संख्या 1232 का कब्जा मिल सके और करोड़ो की सरकारी भूमि कब्जा कर सके I

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