फैक्ट्री खोलने का सपना दिखाकर महिलाओं का बनाया ठगी का शिकार

बैंकों की कर्जदार हो चुकी महिलाओं ने डीएम से लगाया न्याय की गुहार

फैक्ट्री खोलने का सपना दिखाकर महिलाओं का बनाया ठगी का शिकार

विश्व हिन्दू महासंघ जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह ने किया मामले की जांचः दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग

बस्ती। बस्ती जिले मे जालसाजी का मामला प्रकाश में आया फैक्ट्री खोलने और उसमें साझेदार बनाने का झांसा देकर अनेक महिलाओं को जालसाजोें ने बैंकोें का कर्जदार बना दिया। महिलाओं को इसकी जनकारी तब हुई जब बैंकों से वसूली के लिये पत्र आने लगे और उन पर कर्ज जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। अनेक घरोें में इसे लेकर पारिवारिक कलह का माहौल है। जालसाजी का शिकार हो चुकी परेशान महिलायें न्याय के लिये भटक रही है। गुरूवार को जालसाजी का शिकार हुई महिलायें  विश्व हिन्दू महासंघ जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह के घर पर पहुंची और कर्ज के चंगुल से बचाने की गुहार लगाया।  अखिलेश सिंह पीड़ित महिलाओं के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और महिलाओं की ओर से जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। मांग किया कि जांच कराकर महिलाओं को उत्पीड़न से बचाया जाय।
 
जिलाधिकारी को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि  रेखा पत्नी अनन्त ग्राम-कसैला, थाना-मुण्डेरवा, तहसील व जिला-बस्ती की निवासिनी हे।  उसके गांव की दीपमाला पुत्री हीरालाल की शादी बबलू साकिन-दक्षिणद्वारा, करौजी, गनेशपुर, थाना-वाल्टरगंज, जिला-बस्ती के साथ हुई है। करीब दो वर्ष पूर्व दीपमाला  जब अपने मायके आयी हुई थी, तो उसने रेखा से कहा कि वह एक फैक्ट्री लगाने वाली है  जिसमें उसे  पार्टनर बनाना चाहती है।  दीपमाला ने रेखा से कहा कि  आप अपना आधार कार्ड, वोटर कार्ड व 10 फोटो मुझे दे दो और उसमें जो भी लाभ होगा उसमें तुमको बराबर का हिस्सा देंगे।
 
  दीपमाला की बातों पर विश्वास करके रेखा ने उसे अपना आधार कार्ड वोटर कार्ड व 10 फोटो दे दिया। एक सप्ताह बाद दीपमाला ने घर आकर उससे तमाम कागजात पर हस्ताक्षर करवाया, उस समय दीपमाला के साथ उसके सहयोगी अंशू व रवि भी मौजूद थे। उसके बाद उक्त तीनो लोग उसे कई बैंको पर ले जाकर  लोन निकलवाकर रूपया अपने पास रख लिया। वह रूपयों के बारे में पूँछती  तो कहती है कि जल्दी ही फैक्ट्री लगवायेंगे, परन्तु अभी तक फैक्ट्री के सम्बन्ध में कुछ नहीं किया। इसी दौरान बैंक से ऋण की वसूली भी आ गयी। तब रेखा ने दीपमाला  से लोन की अदायगी के बारे में कहा तो दीपमाला, अंशू व रवि उपरोक्त ने कहा कि फैक्ट्री का काम नहीं हो पायेगा और आपका रूपया भी खर्च हो गया है, लेकिन लोन का रूपया अदा कर दिया जायेगा। परन्तु उक्त लोगोें ने  लोन का रूपया न तो उसे  वापस किये न ही बैंक को अदा कर रहे है।
 
शिकायत करने पर  भद्दी-भद्दी गालियाँ व जान से मार डालने की धमकी देते हुए आमादा फौजदारी हो जाते है। इस तरह से उन लोगों  ने झूठ बोलकर सरोज पत्नी संजय, सुनीता पत्नी राजेश, रीता पत्नी रम्पत, इन्द्रावती पत्नी श्रीपत, ज्योति पत्नी शेर बहादुर, बिन्दु पत्नी विजयी, राधिका पत्नी राम सहाय, उर्मिला पत्नी राम मूरत, राधिका पत्नी मनीराम, तारामती पत्नी दिलीप कुमार, सुखी पत्नी सुखराम, रेशमा पत्नी विनोद, चन्दना पत्नी पाटन साकिन-अनुआ, थाना-लालगंज जिला-बस्ती से तथा वंदना पत्नी नीरज, विन्द्रावती पत्नी अनिल कुमार, माया पत्नी सुनील कुमार, विन्द्रावती पत्नी प्रमोद, कमलावती पत्नी रमाकान्त, सिन्धू पत्नी विनय, इशरावती पत्नी हृदयराम, प्रेमलता पल्ली गया प्रसाद, ममता पत्नी मंजीत, मनीषा पत्नी अजय, आशा पल्ली जगदीश, इन्वायती पत्नी सुबाष साकिन कसैला, थाना-मुण्डेरवा, तहसील व जिला-वस्ती के नाम पर भी विभिन्न बैंकों बंधन बैंक, भारत बैंक, वंदना बैंक, मिड लैंड, कमल बैंक, एक्सिस बैंक, ग्रामीण कोटा, सामदूजा बैंक, उत्कर्ष बैंक, आई०डी०एफ०सी० बैंक, एच०डी०एफ०सी० बैंक, आर० बी० एल० बैंक, टाटा बैंक से लोन करवाकर रूपया हड़प लिया है। मुण्डेरवा थाना क्षेत्र की कसैला निवासी रेखा पत्नी अनन्त ग्राम कसैला थाना मुण्डेरवा सहित अन्य पीड़ित महिलाओं ने मांग किया है कि दीपमाला व अन्य जालसाजांें की जांच कराकर बैंकों से लिये गये ऋण की अदायगी कराया जाय।

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