बलरामपुर के सीएचसी तुलसीपुर में लाखो की डंप मिली एक्सपायर दवाएं
चाभियों के न मिलने से अधीक्षक ने तुड़वाया ताला
पूर्व चिकित्सा अधिकारी पर उठ रहे सवाल
ब्यूरो चीफ दिवाकर कसौधन की रिपोर्ट
बलरामपुर
बलरामपुर जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुलसीपुर में तीन कमरे में बंद करीब 10 लाख की एक्सपायर दवाएं मिली है।इसके बाद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुलसीपुर चर्चा का विषय बना हुआ है। यह सभी दवाएं पूर्व चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सुमंत सिंह के समय में रखी गई है। नवागत चिकित्सा अधीक्षक ने ताला तुड़वाकर इन सभी दावों को बरामद किया है। वहीं पूर्व चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सुमंत सिंह पर कई सवाल भी उठ रहे हैं तो इन सवाल के घेरे में वहां पर पूर्व से मौजूद स्टोर इंचार्ज सहित तमाम लोगों पर सवाल उठ रहे हैं की इतनी दवाई किसके आदेश पर डंप की गई है। और इनका उपयोग क्यों नहीं किया गया है। तुलसीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बंद चिकित्सक के कमरे से लाखों की एक्सपायर दवाएं व उपकरण बरामद हुई हैं। इन दवाओं और उपकरणों का प्रयोग न होने के कारण यह सभी निष्प्रयोज्य हो गए थे। सीएचसी के अधीक्षक डॉ. विकल्प मिश्र ने चिकित्सक आवास के ताले तोड़कर इन दवाओं और उपकरणों को बरामद किया है। इन कमरों का ताला तोड़ने के बाद मामले का खुलासा हुआ है। इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग जांच पड़ताल में जुट गया है।
तीन सितम्बर 2024 को डॉ. विकल्प मिश्र ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तुलसीपुर में बतौर अधीक्षक कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने देखा कि तीन ऐसे आवास है, जिनमें ताले लगे हुए है। उन्हें चिकित्सकों के लिए आवंटित करना था। तीन माह से बंद चिकित्सक के कमरे की चाभी कर्मियों से मांग रहे थे लेकिन उन्हें चाभी नहीं मिल पा रही थी। जब सीएचसी पर नए चिकित्सकों की तैनाती हुई तो उन्होंने इन आवासों के ताले तुड़वाए है। अधीक्षक डॉ. मिश्र ने बताया कि ताला तुड़वाने के बाद इन आवासों में रखी दस लाख रुपए की एक्सपायर दवाएं मिली हैं। कई महंगे उपकरण भी खराब पाए गए है।
हमेशा चर्चा में रहा है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुलसीपुर
बलरामपुर जनपद के तुलसीपुर में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुलसीपुर हमेशा चर्चा का केंद्र बना रहा है। करण वहां पर मौजूद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डॉक्टर सुमंत सिंह रहे हैं जिनके ऊपर तमाम प्रकार के भ्रष्टाचार और आशाओं के साथ दुर्व्यवहार करने का मामला सामने आया है। वह लंबे समय तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुलसीपुर में तैनात रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार उनके समय में दो मुख्य चिकित्सा अधिकारी का ट्रांसफर हो चुका है लेकिन वह लंबे समय तक वहां पर मौजूद रहे है। हालांकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने तमाम मामलों को देखते हुए उन्हें सितंबर माह से वहां से हटा दिया है तब से वहां पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक के तौर पर डॉक्टर विकल्प मिश्रा को तैनात किया है वही विकल्प मिश्रा ने मंगलवार को बंद कमरों का जब ताला तुड़वाया है उसमें करीब 10 लाख की एक्सपायर दवाएं बरामद हुई है। एक बार फिर पूर्व अधीक्षक शक घेरे में आ रहे हैं।वही पूरे मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग में जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
अधीक्षक डॉ. विकल्प मिश्र ने बताया कि सीएचसी पर डॉ. निशा गुप्ता की तैनाती हुई थी, जिन्हें आवास उपलब्ध कराना था। चाभी न मिल पाने के कारण आवास का ताला तुड़वाया गया। इसके बाद यह लाखों की कालातीत दवाएं व उपकरण बरामद किए गए हैं। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई है। विभागीय उच्चाधिकारियों के निर्देश पर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मुकेश कुमार रस्तोगी का कहना कि जानकारी मिली है। जांच कराई जा रही है जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही होगी।जांच को लेकर टीम का गठन किया गया है।गठित टीमें जांच कर रही है।
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