अम्बेडकरपार्क! सौंदर्यीकरण का कार्य लगभग 2 करोड़ रुपये की मंजूरी के बाद भी धरातल पर नहीं उतर सका

अम्बेडकरपार्क! सौंदर्यीकरण का कार्य लगभग 2 करोड़ रुपये की मंजूरी के बाद भी धरातल पर नहीं उतर सका

अम्बेडकरनगर। शहर के अम्बेडकर पार्क का सौंदर्यीकरण का कार्य लगभग 2 करोड़ रुपये की मंजूरी के बाद भी धरातल पर नहीं उतर सका।कार्यदायी संस्था ने बाउंड्री वॉल पर जाली तथा काम के नाम सिर्फ इंटरलॉकिग का कार्य कराया जा रहा है।सौंदर्यीकरण के नाम पर अब तक पथ-वे का ही निर्माण कराया जा रहा है, वह भी गुणवत्ता विहीन है।
 
मीडिया कर्मी से वार्ता के दौरान उद्यान अधिकारी द्वारा जब इसकी जानकारी प्राप्त करना चाहा कि 2 करोड़ के बजट में पार्क के अंदर क्या-क्या कार्य होने हैं इसके बारे में विभाग की जिम्मेदार अधिकारी बताने में असमर्थ रहे। जबकि जिले के जिम्मेदार जिला अधिकारी अविनाश सिंह द्वारा लगातार जनपद में तैनाती लेने के पश्चात जनपद के विकास के लिए 24 घंटे तत्पर रहकर कार्य किया जा रहा है फिर भी भ्रष्टाचारी अपने भ्रष्टाचार को दिखाने में कामयाब हो रहे हैं।
 
*पार्कों के निर्माण पर लाखों खर्च, लेकिन देखरेख नहीं*
 
पिछले 10 साल में शहर के पार्कों के सौंदर्यीकरण, जीर्णोद्धार, निर्माण आदि काम पर लाखों रुपए खर्च कर चुकी है। लेकिन इन 10 सालों में शहर का पार्क पर एक रुपया खर्च नहीं किया। उल्टा पार्क बिना देखरेख के कारण उजड़ गया। जबकि 10 साल पहले शहर के अंबेडकर पार्क हरे भरे थे, फूलों, छाया के पेड़ लगे थे, फव्वारे भी चलते थे। लेकिन धीरे-धीरे इनके बुरे दिन आने शुरू हो गए और पार्क वीरान हो गए।
 
अब पार्कों में लोग जुआ खेलते हैं, पार्क में जोड़ों के साथ भी हमेशा देखे जा सकते हैं तथा शराब पीते हैं और टॉयलेट के रूप में इस्तेमाल करते हैं। जनपद मुख्यालय के अम्बेडकर पार्क को जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने खुद मेहनत कर रुचि दिखाकर संवारने का कार्य किया जा रहा है जो आज अंबेडकरनगर की शान है। जिसकी चौतरफा लोगों द्वारा प्रशंसा भी की जा रही है। कहीं जिम्मेदार विभाग जिला अधिकारी की मंशा को पलीता लगाने में तो नहीं जुटे हुए हैं।

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