ओडिशा के थाने में आर्मी अफसर की मंगेतर के साथ मारपीट, यौन उत्पीड़न के आरोप ।

पूर्व सेनाध्यक्ष सहित राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर उठाए सवाल।

ओडिशा के थाने में आर्मी अफसर की मंगेतर के साथ मारपीट, यौन उत्पीड़न के आरोप ।

प्रयागराज। भाजपा की डबल इंजन वाली ओडिशाराज में राजधानी  भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस स्टेशन में सेना के एक अधिकारी और उनकी मंगेतर के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किए जाने का लोमहर्षक  विवरण सामने आए हैं।
 
हाथ पैर बांध कर दुर्व्यवहार का आरोप।
महिला ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उसके हाथ और पैर बांधकर उसे एक कमरे में बैठा दिया। भुवनेश्वर में पुलिस के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार के कारण गिरफ्तार, सैन्य अधिकारी की महिला मित्र ने गुरुवार को दावा किया कि हिरासत में लिए जाने के बाद उसके साथ यौन उत्पीड़न हुआ। यह घटना तब हुई जब वह 14 सितंबर को घर लौटते समय बदमाशों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए भरतपुर थाने में गए थे।
 
हाईकोर्ट ने दी जमानत।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार की गई महिला के आरोपों की गंभीरता को देखते हुए गुरुवार को पीड़िता को ओडिशा हाईकोर्ट ने जमानत दे दी।  इस घटना के बाद देशभर में आक्रोश फैल गया, जिसके बाद ओडिशा पुलिस ने भरतपुर पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक सहित पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया.
 
घटना का विवरण।
14 सितंबर, आधी रात: भुवनेश्वर में घर लौट रहे एक आर्मी ऑफिसर और उनकी मंगेतर की शानदार शाम एक बुरे सपने में बदल गई। इस कपल का अचानक गुंड़ों के समूह ने पीछा किया. अपनी सुरक्षा के डर से यह कपल नजदीकी पुलिस स्टेशन की तरफ भागे। 15 सितंबर, रात 1 बजे डरा हुआ कपल शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन पहुंचा, हालांकि, उन्हें नहीं पता था कि उनके साथ ही बुरा होने वाला है। पीड़िता का आरोप है कि उसने प्राथमिकी दर्ज करने और बदमाशों को पकड़ने के लिए एक गश्ती वाहन भेजने के लिए कहा लेकिन मदद करने की बजाय उसके साथ ही दुर्व्यवहार किया गया।
 
15 सितंबर: 1.30-3 बजे के बीच  कपल ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों ने उनके साथ क्रूरता से मारपीट की।महिला ने आरोप लगाया कि उसके कपड़े उतारे गए, उसका यौन उत्पीड़न किया गया और उसे शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया. फिर कथित तौर पर उसके बालों को पकड़कर उसे गलियारे से घसीटा गया। यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाते हुए महिला ने बताया,'मुझे पीटने के बाद महिला पुलिसकर्मियों ने मेरे हाथ-पैर बांधकर मुझे एक कमरे में बंद कर दिया। कुछ देर बाद एक पुरुष पुलिसकर्मी ने दरवाजा खोला. उसने एक के बाद एक मेरे सीने पर कई बार लातें मारीं।. उसने मेरी पैंट उतार दी। इसके बाद पुलिसकर्मी ने अपनी पैंट उतारी और मुझे प्राइवेट पार्ट दिखाने लगा। पुलिसवाले ने मुझसे कहा कि तुम कब तक चुप रह ना चाहती हो।इस दौरान सेना अधिकारी को लॉकअप में डाल दिया गया।
 
सेना ने ओडिसा सरकार से की शिकायत।
16 सितंबर को सेना को घटना के बारे में पता चलने के बाद, उसने ओडिशा सरकार से शिकायत की।17 सितंबरको बढ़ते दबाव और आक्रोश के जवाब में, सरकार ने मामले को अपराध जांच सीआईडी  को सौंप दी।पुलिस द्वारा हमले और दुर्व्यवहार की गंभीरता को स्वीकार करते हुए एक उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया। 18 सितंबर को जैसे-जैसे जांच ने गति पकड़ी, हमले में शामिल पांच पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया और बाद में उन्हें निलंबित कर दिया गया।ओडिशा उच्च न्यायालय ने उस महिला को भी जमानत दे दी, जिस पर पुलिस ने गलत आरोप लगाए थे और उसे गिरफ्तार किया था।
 
रिहा होने के बाद मीडिया से बताई आपबीती।
19 सितंबर को कोर्ट के आदेश के बाद आखिरकार पीड़िता को हिरासत से रिहा कर दिया गया। रिहा होने पर, पीड़िता ने मीडिया को अपनी दर्दनाक आपबीती सुनाई।उसे कई चोटें आईं, जिसमें उसके जबड़े पर आई चोट भी शामिल थी.20 सितंबर को सेना अधिकारी और उसकी मंगेतर के यौन और शारीरिक उत्पीड़न में शामिल पांच पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आधिकारिक तौर पर एफआईआर दर्ज की गई। 
मामले को लेकर सेना के शीर्ष अधिकारियों ने ओडिशा के डीजीपी और प्रशासन से बात की है. सेना के मुताबिक सेवारत सेना अधिकारी को हिरासत में लेना और निकटतम सेना इकाई को सूचित न करना गैरकानूनी है. 
 
विपछ के नेता राहुल गांधी प्रियंका गांधी और पूर्व सेनाध्यक्ष की कड़ी प्रतिक्रिया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा, पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह और कई अन्य लोगों ने ओडिशा के भुवनेश्वर में एक पुलिस स्टेशन के अंदर एक भारतीय सेना अधिकारी की कथित यातना और उसकी मंगेतर के "यौन उत्पीड़न" पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। इस जोड़े के साथ पुलिस द्वारा कथित दुर्व्यवहार को लेकर ओडिशा सरकार और पुलिस को व्यापक आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
 
विपक्षी नेताओं और सेना के कई दिग्गजों ने इस घटना पर राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार की आलोचना की, जबकि मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि उनकी सरकार दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। राहुल गांधी ने कहा कि यह "जघन्य घटना" मानवता के लिए शर्म की बात है, उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि पुलिस स्टेशन में जो हुआ उससे पूरा देश "स्तब्ध" है। नेता विपक्ष राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया, "ओडिशा में हुई भयावह घटना ने देश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं...भाजपा सरकार के तहत महिलाओं के खिलाफ अपराध पूरी तरह से अनियंत्रित और बेलगाम हो गए हैं।"
 
राहुल गांधी ने लिखा है- ओडिशा में घटित भयंकर घटना ने देश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस से मदद मांगने गए एक सेना अधिकारी को बेरहमी से पीटा गया और उनकी मंगेतर को कस्टडी में उत्पीड़ित किया गया। यह घृणित घटना पूरी मानवता को शर्मसार करने वाली है। भाजपा सरकार में महिलाओं के विरुद्ध अपराध पूरी तरह से बेकाबू और निरंकुश हो चुका है। जब सरकारी तंत्र के ही भीतर अन्याय पनपता और शरण पाता है तो आम नागरिक सहायता की आस किससे लगाए?
 
इस घटना के सभी दोषी सख्त से सख्त कानूनी सजा के पात्र हैं।
आज भारत की जनता, खास कर महिलाओं के समक्ष न्याय और सुरक्षा की मिसाल पेश करने की दरकार है।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ''जिस तरह से ओडिशा में पुलिस ने एक सैन्य अधिकारी की मंगेतर के साथ क्रूरता और यौन हिंसा की, जो पुलिस के पास मदद मांगने गई थी, उससे पूरा देश स्तब्ध है।'' कांग्रेस महासचिव ने भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में अयोध्या का एक और उदाहरण दिया। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि देशभर में भाजपा सरकारें पुलिस को ''रक्षक से भक्षक'' बनाने की नीति पर काम कर रही हैं। प्रियंका गांधी ने यह भी दावा किया कि ''महिलाओं के खिलाफ अपराधों के प्रति पुलिस का आपराधिक रवैया वास्तव में सत्ता में बैठे लोगों से संरक्षण प्राप्त करके पनपता है।''
 
पूर्व थल सेनाध्यक्ष और भाजपा के पूर्व सांसद वीके सिंह ने इसे "शर्मनाक और भयावह" बताया। वीके सिंह ने कहा- ओडिशा के मुख्यमंत्री पुलिस कर्मियों और उन सभी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें जो “पुलिस वर्दी में अपराधियों” को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।" उन्होंने सभी से प्रभावित महिला, सैन्य अधिकारी की मंगेतर और एक सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी की बेटी की बात सुनने का भी आग्रह किया। वीके सिंह ने 2014 और 2019 में भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था।
कई अन्य रिटायर्ड सैन्य अधिकारियों ने भी सोशल मीडिया पोस्ट में इस मुद्दे पर ओडिशा सरकार की आलोचना की। महिला के रिटायर्ड ब्रिगेडियर पिता ने कानून को अपने हाथ में लेने के लिए पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी की मांग की। 
 
ओडिशा पुलिस के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार की गई और गुरुवार को जमानत पर रिहा की गई महिला ने दावा किया कि हिरासत में लिए जाने के बाद उसका यौन उत्पीड़न किया गया। उसने कहा- “मुझे नहीं पता कि क्या हुआ, उन्होंने उसे (सेना अधिकारी को) हवालात में डाल दिया। जब मैंने आवाज उठाई कि वे सेना के एक अधिकारी को हिरासत में नहीं रख सकते क्योंकि यह गैरकानूनी है, तो दो महिला अधिकारियों ने मेरे साथ मारपीट करना शुरू कर दिया।”
 
महिला ने कहा कि उसने जवाबी कार्रवाई करने की कोशिश की और जब एक महिला पुलिसकर्मी ने उसकी गर्दन पकड़ने की कोशिश की तो उसने उसके हाथ पर काट लिया। उसने आरोप लगाया कि इसके बाद पुलिस कर्मियों ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया और उसके हाथ-पैर बांध दिए। उसने बताया “इसके तुरंत बाद, एक पुरुष अधिकारी आया और मेरे स्तनों पर कई बार लात मारी। उसने मेरी पैंट नीचे कर दी और अपनी भी. महिला ने आरोप लगाया, उसने अपना प्राइवेट पार्ट दिखाते हुए मुझसे पूछा कि मैं कितने समय तक चुप रहना चाहती हूं।
 
इसके पहले भाजपा की एक और डबल इंजन सरकार  मध्य प्रदेश के इंदौर में 10  सितम्बर 24 की रात को इंदौर के पास दो ट्रेनी आर्मी अफसर और उनकी महिला मित्रों पर हथियारबंद बदमाशों ने हमला कर दिया था। पुलिस के अनुसार ये हमला लूटपाट करने के लिए किया गया था. लेकिन आरोपियों ने बाद में सेना के ट्रेनी अधिकारियों के साथ मारपीट की और उनके साथ मौजूद उनकी महिला मित्र के साथ कथित तौर पर गैंगरेप भी किया । घटना के बाद आरोपी फरार हो गए । इस घटना में जिन आरोपियों का नाम सामने आ रहा है उनमें से एक पर  पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं।सेना के ट्रेनी अधिकारी से लूटपाट और उनकी महिला मित्र से कथित गैंगरेप करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है । पुलिस को इस मामले में चार अन्य अरोपियों की भी तलाश है। 
 
दोनों अफसर आर्मी कॉलेज में प्रशिक्षण ले रहे हैं और मंगलवार रात अपनी दो महिला मित्रों के साथ जाम गेट के पास छोटी जाम फायरिंग रेंज पर गए थे। अचानक, आठ हथियारबंद बदमाशों ने, जो पिस्तौल, चाकू और डंडों से लैस थे, उनकी कार को घेर लिया। बदमाशों ने ट्रेनी अफसरों और उनकी महिला मित्रों को पहले बुरी तरह पीटा और उनके पैसे और कीमती सामान लूट लिए।

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