उतरौला बस स्टेशन पर वर्षों से एक गंभीर समस्या बनी हुई है

ब्यूरो रिपोर्ट बलरामपुर 

बलरामपुर 

हालांकि, इस बस स्टेशन के निर्माण के लिए सरकार ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये आवंटित किए थे, लेकिन यहां बने सार्वजनिक शौचालय की मरम्मत अब तक नहीं की गई है। पुराने शौचालय की स्थिति इतनी जर्जर हो चुकी है कि पिछले तीन वर्षों से इसे बंद कर दिया गया है। इसका परिणाम यह हुआ है कि यात्रियों को शौचालय की सुविधा के लिए अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

 

बस स्टेशन पर केवल एक सार्वजनिक शौचालय था, जिसे पूरी तरह से खराब होने के बाद बंद कर दिया गया। अब, इस शौचालय का कोई विकल्प नहीं है और यात्री खुले में शौच जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। खासकर महिलाओं को इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उन्हें अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। सड़क पर सफर करने वाले यात्री लघुशंका के लिए इधर-उधर जाने के लिए विवश हैं, जो यात्रा के दौरान उन्हें असुविधाजनक बना देता है।

 

स्थानीय नागरिकों और समाजसेवियों ने इस समस्या को लेकर कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। नगर पालिका परिषद ने इस मुद्दे को संज्ञान में लिया, लेकिन प्रशासनिक अनदेखी के कारण अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। सार्वजनिक शौचालय की मरम्मत के लिए कई बार निवेदन किया गया, लेकिन रोडवेज विभाग और अन्य अधिकारियों ने इसे नजरअंदाज कर दिया।

इस स्थिति को देखते हुए स्थानीय लोग आक्रोशित हैं और उनका कहना है कि शौचालय के मरम्मत कार्य में तेजी लाई जाए, ताकि यात्रियों को राहत मिल सके। इसके अलावा, यह भी बताया गया है कि सफाई अभियान और स्वच्छता के सरकारी प्रयासों के बावजूद, इस तरह की अनदेखी से शौचालयों का उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है। अब यह स्थिति गंभीर होती जा रही है, और यदि जल्दी कदम नहीं उठाए गए तो यात्रियों को और भी अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ेगा।

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