विकासखंड में गौशालाओं का हाल हुआ बेहाल चरवाही पर आश्रित है पशु

गौशाला से पशुओं को छोड़ा एक दर्जन लोगों का वेहन चर गये पशु

विकासखंड में गौशालाओं का हाल हुआ बेहाल चरवाही पर आश्रित है पशु

बलरामपुर पचपेड़वा विकासखंड में गौशालाओं में पशुओं का वुरा हाल पशु चारा व साफ सफाई के अभाव में चरवाही पर पशुओं का जीवन अधारित होकर रह गया है पचपेड़वा विकासखंड के कई गौशालाओं का भ्रमण स्वतंत्र प्रभात टीम ने किया जिसमें आदम तारा गांव में पता चला कि गौशाला मे जल भराव व दाना चारा के चलते पशुओ को गौशाला से छोड़ दिया गया जिससे गांव के हग्गन दलित, बुधराम, तिलकू यादव, बब्लू,मैलाहे, पंचम, नखड़ू धोबी, बहेतू सहित तमाम लोगों ने बताया। 
 
IMG-20240710-WA0465कि गौशाला से पशुओं को छोड़ दिए जाने से पशु हम लोगों का धान का वेहन चर लिए ग्रामीणों के भारी दबाव के चलते प्रधान व उनके चहेतों ने 2 दिन बाद पशुओं को लाकर प्राथमिक विद्यालय तथा पंचायत भवन में रखना शुरु किया हग्गन व तिलकू ने यह भी बताया कि हम लोग गौशाला में पशुओं का देखभाल कर रहे थे परंतु प्रधान ने मजदूरी नहीं दिया इसलिए हमने काम छोड़ दिया पशु चारे के अभाव में भूखे मर रहे हैं और चरवाही पर आधारित होकर रह गए हैं। 
 
जब इस सम्बन्ध मे सचिव निलेश कुमार श्रीवास्तव से फोन पर संपर्क कर पशुओं के संख्या की जानकारी लेना चाहा तो सचिव ने बताया मुझे जानकारी नहीं है पता करके बताता हूं जब सचिव अपने ही ग्राम पंचायत में संचालित गौशालाओ मे मौजूद पशुओं की संख्या के बारे में जानकारी नही है तो इससे साफ जाहिर हो रहा है कि गौशालाओं की व्यवस्था राम भरोसे है।
 
 

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