मधवापुर गांव की गलियों में जमा कीचड़, बजबजा रही नालियां, ग्राम प्रधान जानकर बने अनजान

गांव में उत्तर दिशा की ओर दिनेश के घर से लेकर राजा के घर तक गली में कीचड़ ही कीचड़।

मधवापुर गांव की गलियों में जमा कीचड़, बजबजा रही नालियां, ग्राम प्रधान जानकर बने अनजान

कीचड़ में चलकर ग्रामीणों को गंदगी के बीच रोज भरना पड़ रहा पानी।

गंदगी की वजह से गांव में बीमारी फैलने की बनी हुई है आशंका।
 
शिकायत करने के बावजूद भी ग्राम प्रधान जानकर बने हैं अनजान।
 
 
 
मलिहाबाद। विकासखंड मलिहाबाद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत कसमंडी खुर्द के मधवापुर गांव की गलियों में भारी कीचड़ जमा हुआ है। इसके साथ ही गालियों के किनारे पर बनी नालियां कीचड़ से बजबजा रही हैं। गलियों में जमे कीचड़ की वजह से ग्रामीणों का चलना तक मुश्किल हो गया है। गांव में उत्तर दिशा की ओर दिनेश के घर से लेकर राजा के घर तक गली में कीचड़ ही कीचड़ फैला हुआ है। विकास के नाम पर वोट मांगने वाले ग्राम प्रधान ग्रामीणों को सुविधाएं नहीं मुहैया करा पा रहे हैं। हल्की बारिश में ही गांव की गलियां कीचड़ से लथपथ हो जाती हैं।
 
ग्रामीण दलदल में रहने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने बताया लगातार शिकायत करने के बावजूद भी ग्राम प्रधान बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार नालियों से पानी की निकासी सही तरीके से न होने के कारण गलियों में ही पानी ठहर रहा है और कीचड़ की स्थिति बन रही है। इन समस्याओं को लेकर ग्रामीणों में खासी नाराजगी व आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया हर बार के चुनाव में उम्मीदवार लुभावने वादे करते हैं और चुनाव जीतने के बाद किए वादों से मुकर जाते हैं।
 
उपेक्षित गंदगी से गुजरकर हैंडपंप में पानी भर रहे ग्रामीण, जमीनी स्तर पर गंदगी से परेशानी
इन दलदल गलियों के बगल में हैंडपंप है। जहां से ग्रामीण पीने का पानी भरते है। कीचड़ में चलकर ग्रामीणों को गंदगी के बीच रोज पानी भरना पड़ता है। गली में गंदगी होने की वजह से पानी का स्वाद भी बदल गया है। जमीनी स्तर पर गंदगी होने से जलस्त्रोत भी गंदा हो गया है। अब ऐसी स्थिति में गांव में आवाजाही नहीं हो पा रही है।
 
गांव की गलियों में दलदल से पनप रहे मच्छर, बीमारी फैलने की आशंका
मानसून आते ही मधवापुर गांव की गलियों में कीचड़ का साम्राज्य शुरू हो जाता है। गली में पानी का ठहराव होने से दलदल की स्थिति बनी हुई है। इसमें मच्छर व कीड़े-मकोड़े पनप रहे हैं। गंदगी की वजह से गांव में बीमारी फैलने की आशंका भी बनी हुई है। प्रशासन, जनप्रतिनिधियों व ग्राम प्रधान की लापरवाही ग्रामीणों को भारी समस्या में डाल सकती है। किंतु समस्या के निस्तारण के लिए गंभीरता बिल्कुल भी नहीं नजर आ रही है।

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