निजी केंद्रों पर बोरी न होने का हो रहा बहाना, किसानों के धान तौल पर फिर रहा पानी

हाटशाखा के अलांवा ज्यादातर केंद्र किसानों के बजाय खरीद रहे व्यापारियों का धान

कोरांव प्रयागराज।

तहसील कोरांव में भले ही 38 धान क्रय केंद्र बनाए गए हों किन्तु बात करें सही ढंग से किसानों की धान तौल की तो हाट शाखा के अलांवा आधा दर्जन केंद्रों पर कुछ न कुछ धान तौल किया जाता हुआ देखा जा रहा है बाकि सिर्फ कागजों पर चलते नजर आ रहे हैं। जैसा कि हाटशाखा विपणन पर लगातार विपणन निरीक्षक पंकज सिंह द्वारा किसानों का क्रमबद्ध तरीके से उनके टोकन नंबर के अनुसार धान तौल कराया जा रहा है।

जिससे न तो वहां पर किसी किसान को कोई दिक्कत ही नजर आ रही है और न ही भीड़ भाड़ भी इकट्ठा हो रहा है। उसी के विपरित अगर अन्य प्राइवेट केंद्रों की बात की जाए तो किसानों का यह आरोप है कि जब उनके आसपास के केंद्रों पर धान तौल हेतु जाया जाता है तो केंद्र प्रभारी बोरा न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेता है और किसान मायूस होकर वहां से वापस लौट जाता है बात इतने पर ही नहीं खत्म हो जाती

 बल्कि कुछ किसानों द्वारा यह भी आरोप लगाया जाता है कि कुछ केन्द्र प्रभारी द्वारा उनकी धान तौल हेतु सौ रुपए प्रति क्विंटल कमीशन भी मांगा जाता है जिससे किसान परेशान होकर व्यापारियों के हाथ औने पौने दाम में अपनी फसल बेचने को मजबूर हो रहा है

और जो प्राइवेट केंद्र एवं कुछ मीलर है  वह व्यापारियों की धान खरीदकर अच्छी कमाई करने में लगे हुए हैं। सरकार कितना भी किसानों के धान तौल के पारदर्शिता की बात कर लें किंतु बड़े तबके पर बैठे मीलर एवं लोग सत्तापक्ष के नेताओं से मिलकर किसानों के बजाय व्यापारियों से मिलकर धान खरीद कर कागजी हेराफेरी से किसानों के नाम पर धान तौल का मानक पूरा करके भ्रष्टाचार फैलाने में लगे हुए हैं।

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