स्वच्छता अभियान को ठेंगा दिखा रहा है नगर पंचायत उनवल प्रशासन

 स्वच्छता अभियान को ठेंगा दिखा रहा है नगर पंचायत उनवल प्रशासन

शत्रुघ्न मणि त्रिपाठी
 
गोरखपुर खजनी तहसील मे स्थित नगर पंचायत उनवल पी एम श्री में चयनित कंपोजिट जूनियर हाईस्कूल उनवल के बगल में नगर पंचायत उनवल का पचासों ट्राली कचरा फेंका गया है जिससे अध्ययन रत छात्र व छात्राओं तथा शिक्षकों दुर्गन्ध के कारण पढ़ना-लिखना और पढ़ाना मुश्किल हो गया है वर्षांत के कारण कचरे से बदबू आता है तथा बगल में स्थित प्राचीन झारखंडेश्वर शिव मंदिर   एवं  पोखरा है जिसमें कचरा बहकर तालाब के जल को दूषित कर रहा है जानवर भी जाकर कचरे को उड़ेल कर खा रहे हैं जिससे अगल बगल का वायू भी प्रदूषित हो रही है।
 
पी एम श्री कंपोजिट जूनियर हाईस्कूल उनवल के प्रधानाध्यापक नवीन त्रिपाठी ने बताया कि गर्मीयों में लोग आग लगा देते हैं तो हफ्तों विधालय का वातावरण प्रदूषित हो जाता है कमरों में धुआं भरा जाता है विधालय में बाउंड्री वॉल न होने से कचरे के दुर्गंध से शिक्षकों तथा छात्र छात्राओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है
उक्त प्रकरण से परेशान हो कर मैंने नगर प्रशासन तथा खंड शिक्षा अधिकारी बांसगांव से कई बार कहने के वावजूद यथा स्थिति बनी हुई है यही स्थिति रही तो यहां पर 370 छात्र व छात्राएं पढ़ती है और 6 शिक्षक हैं कभी भी विधालय संक्रामक रोगों की चपेट में आ सकता है।
 
प्रधानमंत्री के जन्म दिन को  स्वच्छता पखवाड़ा के रुप में मनाया जा रहा है और नगर पंचायत उनवल में इसके ठीक विपरित कार्य हो रहा है। जिले के उच्चाधिकारियों से आग्रह है कि विधालय के बगल से कचरा फेंकने से नगर प्रशासन को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध किया जाय।
 नगर पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी से पूछने पर बताये कि क्या करे कही कोई दुसरा स्थान ही नही है।

About The Author

Post Comment

Comment List

अंतर्राष्ट्रीय

अमेरिकी रिपोर्ट में दावा- अल्पसंख्यकों पर भारत में हमले हुए: भारत का जवाब- यह हमारे खिलाफ प्रोपेगैंडा; हमारी छवि खराब करने की कोशिश अमेरिकी रिपोर्ट में दावा- अल्पसंख्यकों पर भारत में हमले हुए: भारत का जवाब- यह हमारे खिलाफ प्रोपेगैंडा; हमारी छवि खराब करने की कोशिश
Internation Desk  भारत ने गुरुवार को अमेरिका की धार्मिक आजादी की रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। भारत के विदेश...

Online Channel

साहित्य ज्योतिष

संजीव-नी। 
संजीवनी।
संजीव-नी।। 
संजीव-नी।
संजीवनी।