गंगा के बढ़ते जलस्तर ने कई गांवों को लिया बाढ़ की चपेट में
पक्की सड़कों पर दो फीट ऊपर से बहता पानी
बच्चे पानी से होकर स्कूल जाने को मजबूर
संवाददाता बीघापुर
बीघापुर(उन्नाव)।
तहसील क्षेत्र में गंगा का जलस्तर बढ़ने तथा कटान से हाहाकार मचा हुआ है। तहसील क्षेत्र के गांव दूली खेड़ा, लाल खेड़ा के दर्जनों मजरे टापू बन गए हैं। वही जयराजमऊ के मजरे पसनिया खेड़ा सीताराम खेड़ा व ग्राम पंचायत सगवर के मजरे गंगानगर, संतनगर तहसील मुख्यालय से कट गए है। गंगा का जल स्तर बढ़ने से गढ़ेवा गांव के अंदर स्थित प्रसिद्ध रंगेश्वर मंदिर के सामने से गंगा की धारा बहने लगी है। जिससे लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं। स्कूल आने जाने वाले बच्चों को भी पानी मझा कर गुजरना पड़ रहा है।
गंगा का जलस्तर बढ़ने से गढ़ेवा गांव के अंदर पानी घुस गया। वहीं गढ़ेवा डोमन पुरवा संपर्क मार्ग पर बनी पुलिया बह गई। विकासखंड सिकंदरपुर कर्ण के गांव बैदरा से बाढ़ का पानी तेजी से पाही, विभउरा ,चंदनपुर, दीना खेड़ा तथा बीघापुर के मलुहा खेड़ा, भीखी खेड़ा के गाँव व खेतों में भरने लगा है। एसडीएम रणवीर सिंह ने बताया कि जलस्तर बढ़ने से खेतों में खड़ी फसलों में पानी भर रहा है।
लेखपाल व कानूनगो को निरंतर बाढ़ पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। दूलीखेड़ा में पांडु नदी पर बनाए गए पुल के ऊपर लगभग दो फीट पानी बहने लगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि लगातार पुल ऊंचा बनने की मांग करते रहे हैं। लेकिन अधिकारियों ने एक भी नहीं सुनी लोकार्पण के पहले ही निर्माण इकाई की पोल खुल गई है।
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